नेशनल पेंशन सिस्टम - इन्वेस्ट इन एनपीएस स्कीम फॉर टैक्स सेविंग्स @प्रत्येक वित्तीय वर्ष में ₹62,400* तक
  • Personal
  • Business
  • Corporate
  • Private Banking
  • Privy League
  • NRI Services
  • Investors
  • Personal
  • Business
  • Corporate
  • Private Banking
  • Privy League
  • NRI Services
  • Investors

राष्ट्रीय पेंशन योजना (एनपीएस) भारत में एक वॉलंटरी, लॉन्ग टर्म रिटायरमेंट बचत योजना है। यह टैक्स लाभ, इन्वेस्टमेंट का ऑप्शन और मैच्योरिटी पर पेंशन की सुविधा देती है।

राष्ट्रीय पेंशन योजना (एनपीएस) की ऑनलाइन आवेदन प्रक्रिया लोगों को रिटायरमेंट बचत योजना तैयार के लिए मदद करती है। इसका इंटरफेस एनरोलमेंट, कंट्रीब्यूशन मैनेजमेंट और अकाउंट डिटेल्स तक पहुंचने के लिए एक यूजर के लिए फ्रेंडली अनुभव प्रदान करता है।

रिटायरमेंट प्लानिंग और फाइनेंशियल सिक्योरिटी के संदर्भ में, एनपीएस लोगों के लिए एक बेहतरीन विकल्प है। यह सुनिश्चित करता है कि वे रिटायरमेंट के बाद भी आर्थिक तौर पर मजबूत रहे। आप कोटक महिंद्रा बैंक के साथ एनपीएस की सदस्यता आसानी से ले सकतें है।

राष्ट्रीय पेंशन प्रणाली के विशेषताएं और लाभ

नेशनल पेंशन (एनपीएस) की मुख्य विशेषताएं और लाभ इस प्रकार हैं:

  1. आप न्यूनतम निवेश राशि के योगदान से राष्ट्रीय पेंशन बचत योजना से जुड़ सकते हैं।
  2. पीएफआरडीए एनपीएस को पारदर्शी निवेश मानदंडों पर और एनपीएस ट्रस्ट द्वारा फंड प्रबंधकों की नियमित समीक्षा और निगरानी करके नियंत्रित करता है।
  3. यह पीपीएफ जैसे अन्य पारंपरिक कर-बचत निवेशों की तुलना में अच्छे रिटर्न प्रदान करता है।

अन्य विशेषताएं: राष्ट्रीय पेंशन प्रणाली के कर लाभ

सैलरीड व्यक्तियों के लिए कर लाभ

सूचना कर अधिनियम की धारा 80सीसीडी (1) के अंतर्गत प्रत्येक वित्तीय वर्ष के लिए एनपी फॉर्म कर योग्य आय में निवेश किए गए वेतन (मूल और महंगाई प्रतिपूर्ति) के 10% तक की कटौती की अनुमति देती है। धारा 80 सी के तहत, 1.5 लाख रुपये की सीमा के अधीन है। धारा 80सीसीडी (1बी) के तहत, एनपीएस के लिए 50,000 रुपये की और कटौती की अनुमति है, जिससे कुल कटौती 2 लाख हो जाती है।

स्वतंत्र ठेकेदारों ( स्व - नियोजित ) के लिए कर लाभ

स्व-नियोजित श्रमिक अपनी कर योग्य आय से अपनी ग्रोस वार्षिक आय का 20% तक कटौती कर सकते हैं। हालांकि, 1.5 लाख रुपये की सीमा कटौती अनुमति है। आयकर अधिनियम की धारा 80 सीसीडी (1 बी) के तहत, स्व-नियोजित श्रमिक भी 2015-2016 के बजट के बाद 50,000 रुपये की अतिरिक्त कटौती का दावा करने के लिए पात्र हैं।

कर्मचारी एनपीएस खाते के लिए सीधे या अपनी कंपनी के माध्यम से योगदान कर सकते हैं। धारा 80सीसीडी (2) के तहत यदि निवेश नियोक्ता के माध्यम से किया जाता है तो वेतन के 10% तक की कटौती (मूल + महंगाई प्रतिपूर्ति) की अनुमति देती है। जब तक कर्मचारी की कटौती उनके मासिक वेतन के 10% के भीतर रहती है, तब तक किसी भी कटौती योग्य शुल्क की कुल राशि सीमित नहीं होती है।

एनपीएस खातो के प्रकार

नेशनल पेंशन स्कीम (एनपीएस) में दो प्रमुख प्रकार के खाते होते हैं:

टियर 1 अकाउंट : यह लॉन्ग टर्म बचत का खाता होता है जिसमे नियमित रूप से इन्वेस्ट करना जरूरी है। व्यक्तिगत योगदान 75 वर्षों तक किया जा सकता है। इस सेवानिवृत्ति खाते में सेवानिवृत्ति पूर्व निकासी कुछ शर्तों पर ही हो सकती है। इस खाते में न्यूनतम योगदान 500 रुपये से शुरू होता है, सालाना यह न्यूनतम 1,000 रुपये है। टियर 1 खातों वाले लोगों को सालाना कम से कम एक किस्त बनाने की आवश्यकता होती है।

टियर 2 अकाउंट : ये खाते आम तौर पर केवल व्यक्तिगत निवेश उद्देश्यों के लिए संचालित होते हैं। आप इनसे किसी भी समय 100% कर-लाभ निकासी कर सकते हैं। नए ग्राहकों के लिए कोई अतिरिक्त जॉइनिंग शुल्क नहीं होता। खाता खोलने के समय योगदान की जाने वाली न्यूनतम राशि 1,000 रुपये है, जिसमें प्रति योगदान न्यूनतम राशि के रूप में 250 रुपये है।

एनपीएस खाता कैसे खोले

नेशनल पेंशन स्कीम (NPS) में खाता खोलने के लिए निम्न कदमों का पालन करे:

नेशनल पेंशन स्कीम (एनपीएस) की आधिकारिक वेबसाइट पर जाएं और ऑनलाइन आवेदन भरें या नजदीकी एनपीएस सुविधा केंद्र से आवेदन करें।

आप कोटक महिंद्रा बैंक के Investment & insurance / Government scheme => National pension scheme (NPS) के माध्यम से भी आवेदन कर सकते है, जो इसे एक सरल प्रक्रिया बना देता है myNPS पर आपको अपना आधार कार्ड लिंक करना है, अपना फोन नंबर, ईमेल डालकर फोटो, हस्ताक्षर और कंस्लेड चैक अपलोड करना है। बस फिर 500 रुपये की राशि जमा करनी है। इस तरह आप आसानी से अपना खाता खोल सकते हैं।

राष्ट्रीय पेंशन प्रणाली (एनपीएस योजना) में निवेश कैसे करे

राष्ट्रीय पेंशन योजना (एनपीएस) में निवेश करने के लिए, निम्नलिखित स्टेप्स का पालन करें:

  1. रजिस्ट्रेशन: ऑनलाइन आवेदन करें और अपने अनुसार टियर 1 या टियर 2 खाता चुने
  2. डॉक्यूमेंटेशन: आवेदन के साथ आवश्यक दस्तावेज़ जमा करें और KYC पूरा करें।
  3. योगदान: शुरुवाती योगदान कर नियमित रूप से योगदान करते रहें। आप निवेश करने के लिए कोटक महिंद्रा बैंक का मोबाईल एप इस्तेमाल कर सकते हैं।
  4. मॉनिटर और मैनेज करें: अपने एनपीएस खाते पर नज़र रखें, योगदान मैनेज करें और ऑनलाइन पोर्टल का उपयोग करके निवेश प्राथमिकताओं को सही प्रकार से एडजस्ट करें।

राष्ट्रीय पेंशन प्रणाली (एनपीएस योजना) निवेश विकल्प

नेशनल पेंशन स्कीम (NPS) में इन्वेस्टमेंट के लिए विभिन्न ऑप्शन हैं जो आपको विभिन्न आवश्यकताओं और लक्ष्यों के साथ स्ट्रकचर इन्वेस्टमेंट करने की सुविधा प्रदान करते हैं।

  • इक्विटी - यह एक जोखिम वाला विकल्प है क्योंकि पैसा इक्विटी में निवेश किया जाता है, पर रिटर्न भी ज्यादा देता है।
  • कॉर्पोरेट बॉन्ड - निश्चित आय वाले ऋण उत्पादों में निवेश किया जाता है।
  • सरकारी प्रतिभूतियां - इस प्रकार के निवेश में सरकारी परिसंपत्तियों को आवंटित धन का उपयोग शामिल है।
  • वैकल्पिक संपत्ति - पैसा बुनियादी ढांचे और रियल एस्टेट फंडों को आवंटित किया जाता है।

 

इन विकल्पों के माध्यम से, निवेशक अपनी आर्थिक लक्ष्यों के अनुसार निवेश कर सकते हैं और लॉन्ग टर्म फाइनेंशियल सिक्योरिटी का लाभ उठा सकते हैं। निवेशकों को निवेश पोर्टफोलियो को संबंधितता और सुरक्षा के साथ स्थिति को समझते हुए अपने लक्ष्यों की प्राप्ति के लिए सुविधा प्रदान करते हैं।

सर्वाधिक अनुकूल राष्ट्रीय पेंशन प्रणाली

राष्ट्रीय पेंशन योजना (एनपीएस) की अनुकूल और मजबूत विशेषताओं के लिए इसकी सराहना की जाती है, जो इसे एक विश्वसनीय रिटायरमेंट बचत विकल्प बनाती है। यह विविध निवेश विकल्पों के माध्यम से स्थिरता प्रदर्शित करता है, जिससे ग्राहक इक्विटी, कॉर्पोरेट बॉन्ड और सरकारी सिक्योरिटी के बीच चयन कर सकते है। ऑटो पोर्टफोलियो रीबैलेंसिंग सुविधा समय के साथ बदलती बाजार स्थितियों के अनुकूल एक संतुलित और जोखिम-उपयुक्त निवेश मिश्रण सुनिश्चित करती है। एनपीएस टैक्स लाभ प्रदान करता है, जिससे यह लॉन्गटर्म इन्वेस्टमेंट के लिए एक आकर्षक और सुसंगत विकल्प बन जाता है। एक डिसिप्लिन अप्रोच पारदर्शी प्रबंधन और एक अच्छी तरह से विनियमित ढांचे के साथ, एनपीएस एक सुसंगत राष्ट्रीय पेंशन योजना के रूप में खड़ा है, जो लोगों को उनकी रिटायरमेंट जर्नी के दौरान वित्तीय सुरक्षा और स्थिरता प्रदान करता है।

श्रेणी औसत रिटर्न

औसत श्रेणी का रिटर्न एक विशिष्ट निवेश श्रेणी के विशिष्ट प्रदर्शन को दर्शाता है, जिसकी गणना एक निर्धारित अवधि में उस श्रेणी के सभी फंडों के रिटर्न के औसत से की जाती है। एनपीएस इकाइयों के लाभ अलग-अलग होते हैं; निवेश केंद्रित फंड आम तौर पर ज़्यादा रिटर्न लेकिन ज़्यादा जोखिम वाले होते हैं। वार्षिक आय एक सुसंगत तस्वीर प्रदान करती है, जबकि तिमाही आय अल्पकालिक प्रदर्शन में बदलाव को दर्शाती है। निवेशक इन अंतरों को पहचान सकते हैं और एनपीएस इकाइयों का चयन कर सकते हैं।

निष्कर्ष

एनपीएस योजना उपयोगकर्ताओं को अपनी रिटायरमेंट बचत को कुशलतापूर्वक मैनेज करने, निवेश विकल्पों की एक श्रृंखला तक पहुंचने और उपयोगकर्ता के अनुकूल डिजिटल प्लेटफॉर्म के माध्यम से टैक्स लाभ का आनंद लेने में सक्षम बनाता है।

एनपीएस में ऑनलाइन आवेदन करने से आपको सुरक्षित वित्तीय भविष्य की सुविधा मिलती है। यह सरल, तेज और कम कठिनाइयों वाली प्रक्रिया है, जिससे आप आसानी से अपना वित्तिय भविष्य सुरक्षित कर सकते हैं।